PAHO ने बताया अमेरिका में दूसरी सबसे बड़ी बीमारी है कैंसर

कैंसर एक घातक बीमारी है, जिससे हर साल लाखों की संख्या में लोग जान गंवा रहे हैं। बदलती लाइफस्टाइल और खराब खानपान ने इसे बीमारी के खतरे को और भी बढ़ा दिया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर व्यक्ति अपनी लाइफस्टाइल और डाइट पर ध्यान दे और एक्टिव रहे तो कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया भर में साल 2022 में कैंसर के करीब 20 मिलियन नए केस सामने आए थे, जबकि कैंसर से जुड़ी लगभग 9.7 मिलियन मौतें हुई थीं। वहीं, पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (PAHO) की रिपोर्ट (ref) के मुताबिक, अमेरिका में कैंसर मौत का एक प्रमुख कारण बना हुआ है। 2022 में, कैंसर की वजह से 1.4 मिलियन मौतें हुईं, जिनमें से 45% 69 वर्ष या उससे कम उम्र के लोगों में हुईं।
PAHO ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि प्रमुख जोखिम कारकों (तंबाकू, शराब, अनहेल्दी डाइट, फिजिकल इनएक्टिविटी) से बचने से कैंसर के लगभग एक तिहाई मामलों को रोका जा सकता है। क्या आप जानते हैं आपके घर के किचन में ऐसे कई मसाले हैं, जो कैंसर को मात दे सकते हैं। जी हां, मसालों में भी कैंसर के खतरे से बचाने की ताकत होती है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
हल्दी
हल्दी में एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है, करक्यूमिन, जो कैंसर के खतरे से बचाने और कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है। इसके बारे में कई स्टडीज में भी सामने आ चुका है।
दालचीनी
कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि दालचीनी के अर्क में कैंसर रोधी प्रभाव हो सकता है और यह ट्यूमर के विकास और फैलाव को कम करने में सहायक साबित हो सकता है।
लहसुन
इसके अलावा लहसुन भी एक ऐसा मसाला है, जिसका सेवन कैंसर से बचाव कर सकता है। अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च (ref.) के मुताबिक,लेबोरेटरी रिसर्च से पता चलता है कि लहसुन में एलियम यौगिक एंटी कैंसर एक्टिविटी प्रदान करते हैं,लेकिन कैंसर के खतरे को कम करने वाले लहसुन के समर्थन में मानव अध्ययन में कमी है।
लौंग
एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-डायबिटिक गुणों से भरपूर लौंग कई तरह की बीमारियों के इलाज और बचाव में इस्तेमाल किया जाता है।लेकिन आपको शायद ही ये पता हो कि यह कैंसर से भी बचाव कर सकता है। लौंगका अर्क ट्यूमर को बढ़ने से रोकता है और कैंसर कोशिकाओं को मारता है।
काली मिर्च
अधिकतर भारतीय घरों में खाना बनाने या अन्य तरीकों से इस्तेमाल में लाया जाने वाला मसाला काली मिर्च में भी एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं। शोध में पाया गया है किकाली मिर्च और पिपेरिन ल्यूकेमिया कोशिका रेखा पर कैंसर विरोधी प्रभाव उत्पन्न करते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता,सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।



